सोमवार, 24 अक्तूबर 2011

समाचार है 15

समाचार है आज मंच से
रोटी बोलेगी
भरे पेट के भेद सभी
श्रीमुख से खोलेगी

भीत‌र‌ माल स‌त‌ह‌ से त‌ह‌ त‌क‌
भ‌रा ठ‌साठ‌स‌ है
तिन‌का भ‌र‌ भी र‌ख‌ पाने को
न‌हीं ज‌ग‌ह‌ अब‌ है
भानुम‌ती का अज‌ब‌ पिटारा
पेट‌ ब‌ना डाला
स‌च्चाई ईमान‌ स‌द‌ विचारों को
खा डाला
आज‌ प‌ते की बात‌ ह‌वा
क‌ण‌ क‌ण‌ में घोलेगी


खाने और अधिक खाने की
होड़ मची कैसी
सतयुग त्रेता द्वापर में भी
नहीं दिखी वैसी
लगता है कि आसमान
धरती को पा लेगा
अपनी निष्ठुर बाहों में
स‍पूर्ण‌ समा लेगा
रोटी अब‌ भी म‌न‌ ही म‌न‌
क्या अंसुअन‌ रो लेगी?


न‌दी दौड़्ती जाती है
साग‌र‌ से मिल‌ने को
डाल‌ डाल‌ प‌र‌ क‌लियाँ
दिख‌तीं उत्सुक‌ खिल‌ने को
प‌र‌म‌ पिता से मिल‌ने को
क‌ण‌ क‌ण‌ म‌त‌वाला है
आँखों प‌र‌ क्यों इंसानों ने
प‌र‌दा डाला है?
भ्रमित‌ आत्मा भ्रम‌ के
जंग‌ल‌ जंग‌ल‌ डोलेगी

-प्रभु दयाल
(छिंदवाड़ा)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें